भारत के राष्ट्रीय प्रतीक ( National Symbols of India )
- राष्ट्रीय ध्वज ( National Flag) : भारत का राष्ट्रीय ध्वज, जिसे सविधान सभा ने 22 जुलाई 1947 को मान्यता दी, जो 14-15 अगस्त की अर्द्धरात्रि से ‘राष्ट्रीय ध्वज‘ के रूप में स्वीकार किया गया, यह एक तीन रंगीय झंडा है जिसमे अनुपात से तीन आड़ी पट्टियां है। इसकी लम्बाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 है। इस राष्ट्रीय ध्वज के सबसे ऊपर केसरिया , बीच में सफ़ेद एवं सबसे निचे हरे रंग की पट्टी है। सफेद रंग की पट्टी के बीच गहरे नीले रंग का एक चक्र है जिसमें 24 तीलिया है। यह सारनाथ के अशोक स्तम्भ की अनुकृति है। केसरिया रंग त्याग तथा शक्ति का, सफेद रंग सत्यता तथा पवित्रता का, नीला रंग प्रग्रति का और हरा रंग समृद्धि का प्रतीक है।
- राष्ट्रीय चिन्ह ( National Emblem ) : भारत का राजचिन्ह सारनाथ स्थित अशोक स्तम्भ के शीर्ष की अनुकृति है । मूल स्तम्भ में चार सिंह हैं जो शीर्ष भाग में एक ही पट्टी पर एक दूसरे की ओर पीठ किये खड़े हैं , परन्तु दिखाई केवल तीन सिंह ही पड़ते हैं । स्तम्भ के निचे की चौरस पट्टी में ‘ धर्म चक्र ‘ बीचों-बीच हैं। दायी ओर एक सांड एवं बायीं ओर घोड़े की आकृति हैं । दाये और बायें के सुदूर कोनों में अन्य चक्र उभरते दिखाई पड़ते हैं । चिन्ह के निचे देवनागरी भाषा में ‘ सत्यमेव जयते ‘ अंकित हैं जोकि ‘ मुण्डक उपनिषद ‘ से लिया गया हैं । भारत सर्कार ने यह चिन्ह 26 जनवरी 1950 को अपनाया हैं । सत्यमेव जयते भारत का राष्ट्रीय वाक्य हैं ।
- राष्ट्रीय गान ( नेशनल Anthem ) : भारत का राष्ट्रीय गान ‘ जन गण मन ‘ रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा रचित हैं । इसकी रचना मूलत टैगोर ने ब्रिटिश सम्राट जॉर्ज पंचम के सम्मान में की थी । 24 जनवरी 1950 को सविधान सभा ने इसे राष्ट्रीय गान के रूप में मान्यता दी। सर्वप्रथम यह गान 27 दिसंबर 1911 को कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गया गया था। इस गान की गाये जाने की समय अवधि 52 सेकंड हैं।
- राष्ट्रीय गीत (National Song ) : बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित वन्दे मातरम् जोकि प्रथम बार 1896 में कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन में गाया गया था, भारत के राष्ट्रीय गीत के रूप में स्वीकार किया गया हैं। याग गीत ‘ आनंद मठ ‘ नमक पुस्तक का एक अंश हैं।